जीवन में त्योहारों का महत्त्व संकेत बिंदु:
- त्योहार और संस्कृति
- त्योहारों के प्रकार
- त्योहारों से जुड़ी कथाएँ
- महत्व
साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।
त्योहारों का महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Festivals In Hindi
त्योहारों के द्वारा किसी समाज और देश की संस्कृति की झलक मिलती है। इनके द्वारा समाज के रीति-रिवाजों और परंपराओं का परिचय मिलता है। त्योहार किसी समाज की सभ्यता की विकास-यात्रा के परिचायक होते हैं। इसलिए इनका व्यक्ति, समाज और देश के लिए बहुत महत्व होता है। भारत त्योहारों का देश है। यहाँ अनेक प्रकार के त्योहार मनाए जाते हैं। भारतीय त्योहार प्रमुखतः तीन प्रकार के होते हैं-धार्मिक त्योहार, कृषि से संबंधित त्योहार और राष्ट्रीय त्योहार। मनुष्य के जीवन में त्योहार प्रसन्नता, उत्साह और नवीनता लाते हैं।
ये जीवन की एकरसता को दूर करके उसमें इंद्रधनुष-सी विविध रंगों की छटाएँ बिखेर देते हैं। दैनिक कार्यों के उबाऊ जीवन को त्योहार उत्साह और नयापन देते हैं। अधिकांश भारतीय त्योहार उत्साह और उमंगों के त्योहार हैं। ये त्योहार आकर जीवन को नई गति दे जाते हैं। भारत विभिन्न धर्मावलंबियों का देश है। यहाँ हिंदू, सिख, जैन, बौध, ईसाई, मुसलमान और पारसी आदि रहते हैं। ये सभी अलग-अलग धर्मों को मानते हैं।
प्रत्येक धर्म के भिन्न-भिन्न त्योहार होते हैं। नवरात्र, दशहरा, दीपावली, होली, रामनवमी, रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, गणेश-पूजा, करवा चौथ, छठ, मकरसंक्रांति, ओणम, पोंगल, लोहड़ी, वैशाखी आदि हिंदुओं के प्रमुख और प्रसिद्ध त्योहार हैं। गुरु-पर्व सिखों का प्रमुख त्योहार है। इनके अतिरिक्त सभी गुरुओं के जन्म-दिनों को धूमधाम से मनाया जाता है। सिख गुरु तेगबहादुर का शहीदी-दिवस मनाते हैं। महावीर-जयंती और बुद्ध-पूर्णिमा जैनियों और बौधों के प्रसिद्ध त्योहार हैं। क्रिसमस और गुड-फ्राइडे ईसाइयों के मुख्य त्योहार हैं। ईद, बकरीद और मुहर्रम मुसलमानों के त्योहार हैं।
ईद आनंद और उमंगों भरा त्योहार है और मुहर्रम शोक का त्योहार है। पारसी अपने नए वर्ष को धूमधाम से मनाते हैं। स्वाधीनता-दिवस, गणतंत्र-दिवस, गाँधी जयंती राष्ट्रीय त्योहार हैं। इनके अतिरिक्त पर्यावरण-दिवस, विजय-दिवस, संयुक्त राष्ट्र संघ दिवस, बाल-दिवस, शिक्षक-दिवस, मातृ-दिवस, मैत्री-दिवस आदि अनेक दिवसों को भी त्योहारों का रूप दे दिया गया है। ये सभी त्योहार अपने साथ अनेक कथाएँ, घटनाएँ, रीति-रिवाज और परंपराएँ समाहित किए होते हैं। इनसे न केवल मनोरंजन ही होता है अपितु जीवन को ढंग से जीने का संदेश भी मिलता है। अधिकांश त्योहार शिक्षापद्र होते हैं।
विजयदशमी या दशहरा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। रावण रूपी बुराई पर राम रूपी अच्छाई ने विजय प्राप्त की थी। इसलिए यह त्योहार जीवन को सत्य के मार्ग पर ले जाने का संदेश देता है। गुरु तेगबहादुर का शहीदी-दिवस अपने सिद्धांतों और धर्म पर अडिग रहने का संदेश देता है। गुरु तेगबहादुर ने औरंगजेब के लालच और भय को ठुकराकर अपना बलिदान देना उचित समझा। महावीर-जयंती और बुद्ध-पूर्णिमा तीर्थंकर महावीर और बुद्ध के सत्य, प्रेम और अहिंसा के संदेश की स्मृति दिलाते हैं। राष्ट्रीय त्योहार राष्ट्र के प्रति प्रेम और शक्ति की भावना जाग्रत करते हैं।
रक्षाबंधन भाई-बहन के संबंधों को सृदृढ़ करने का त्योहार है। होली, वैशाखी, लोहड़ी, ओणम और पोंगल उमंगों के त्योहार हैं। त्योहार जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। इनसे सुसंस्कार जन्म लेते हैं। व्यक्ति को अपनी संस्कृति का परिचय मिलता है। इनसे मनोरंजन होता है, जिससे जीवन आनंदमय हो जाता है। त्योहार प्रत्येक व्यक्ति, समाज और राष्ट्र के जीवन को जीवंत बनाए रखते हैं।