मंदिर यह हमारा – Maharashtra Board Class 9 Solutions for हिन्दी लोकभारती
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लघु उत्तरीय प्रश्न
Solution 1:
प्रस्तुत कविता के रचियता तुकडोजी महाराज हैं। इस प्रार्थना गीत में कवि ने भाईचारे की भावना, धार्मिक एकता, समानता तथा मानवता का संदेश दिया है।
प्रस्तुत प्रार्थना गीत में कवि कहते हैं कि देश मंदिर के समान होता है। जिस प्रकार मंदिर में प्रवेश करने से किसी को रोका नहीं जा सकता, उसी तरह हमारा देश भी सभी खुले दिल से स्वागत करता है। हमारे देश में इतनी उदारता भरी है कि यह किसी के साथ भेदभाव नहीं करता।
हमारा देश धर्म-निरपेक्ष होने के कारण सभी धर्मों को यहाँ प्रवेश मिलता है।
सभी के लिए बैठने की व्यवस्था भी एक समान ही होती है। हमारा देश के ऐसे मंदिर के समान है जहाँ सभी धर्मों और देवी-देवताओं की पूजा की जाती है।
हमारा देश सदा मानवता धर्म निभाता है और भूले-भटके लोगों को रास्ता दिखाता है।
सामूहिक प्रार्थना में सभी एक साथ इकठ्ठा होते हैं और मिलकर समता, बंधुत्व और मानवता इन विचारों को निभाने की प्रार्थना सामूहिक रूप से करते हैं इसी कारण हमारा भारत देश अमर है।