Contents
हमें एक ऐसी व्यावहारिक व्याकरण की पुस्तक की आवश्यकता महसूस हुई जो विद्यार्थियों को हिंदी भाषा का शुद्ध लिखना, पढ़ना, बोलना एवं व्यवहार करना सिखा सके। ‘हिंदी व्याकरण‘ हमने व्याकरण के सिद्धांतों, नियमों व उपनियमों को व्याख्या के माध्यम से अधिकाधिक स्पष्ट, सरल तथा सुबोधक बनाने का प्रयास किया है।
शब्द विचार (Shabd Vichar) की परिभाषा भेद और उदाहरण | Idea Word in Hindi Example
शब्द की परिभाषा इन हिंदी
शब्द की परिभाषा-निश्चित अर्थ को प्रकट करने वाले वर्ण-समूह को शब्द कहते हैं। जैसे-घर, रोटी, अर्थ, विचार, शब्द आदि।
शब्द विचार के भेद
उत्तरउत्पत्ति के आधार पर हिंदी में शब्द के चार भेद हैं
- तत्सम,
- तद्भव,
- देशज,
- विदेशी।
1. तत्सम-संस्कृत भाषा के ऐसे शब्द, जो हिंदी में भी अपने मूल रूप में प्रचलित हैं, तत्सम कहलाते हैं। जैसे-वायु, नारी, सत्य, छात्र, समुद्र आदि।
2. तद्भव-जो शब्द संस्कृत भाषा के शब्दों से बिगड़ कर हिंदी में प्रचलित हैं, तद्भव कहलाते हैं। जैसे-सपना (स्वप्न), दूध (दुग्ध)।
3. देशज-जो शब्द स्थानीय पदार्थ के रूप में, कार्य के रूप में अथवा ध्वनि के अनुसार प्रसिद्ध और प्रचलित हैं, देशज कहलाते हैं। ये शब्द देश की विभिन्न बोलियों से लिये गए हैं। जैसे–पेट, खिड़की, थूक, चीनी।
4. विदेशी-वे शब्द, जो अंग्रेज़ी, अरबी, फारसी, तुर्की, पुर्तगाली, फ्रांसीसी आदि विदेशी भाषाओं से हिंदी में आए हैं, विदेशी कहलाते हैं। जैसे-स्कूल, बटन, आलू, गरीब, किताब, लाश।
शब्द विचार के उदाहरण
तद्भव | तत्सम |
अंगुष्ठ | अंगूठा |
आँख | अक्षि |
नींद | निद्रा |
– | बड़ |
बहरा | बधिर |
करोड़ | कोटि |
धरती | धरित्री |
मछली | मत्स्य |
आंसू | अश्रु |
दांत | दन्त |
दही | दधि |
ससुर | श्वसुर |
सच | सत्य |
जीभ | जिह्वा |
बगुला | वक |
सूरज | सूर्य |
तिनका | तृण |
माथा | मस्तिष्क |
मोर | मयूर |
पत्थर | पार्षण |
भीख | भिक्षा |
असीस | आशीष |
गाँव | ग्राम |
नोन | लवण |
वट | बच्चा |
बुड्ढा | बृद्ध |
खेत | क्षेत्र |
नाच | नृत्य |
सपना | स्वप्न |
आग | अग्नि |
बहिन | भगिनी |
पांत | पंक्ति |
पत्ता | पत्र |
रात | रात्रि |
जवान | युवक |
उल्लू | उलूक |
दीया | दीप |
हरा | हरित |
हाथ | हस्त |
पुत्र | पूत |
लाख | लक्ष |
हड्डी | अस्थि |
आम | आम्र |
गुन | गुण |
पूरा | पूर्ण |
बच्चा | – |
ऊंट | उष्ट्र |
तुरंत | त्वरित |
ईख | इक्षु |
धुनि | ध्वनि |
मच्छर | मशक |
छोटा | क्षुद्र |
झरना | निर्झर |
ओठ | ओष्ठ |
दूध | दुग्ध |
पांच | पंचम् |
नौ | नव |
काठ | काष्ठ |
काज | कार्य |
तत्सम एवं तद्भव शब्द रूपों के अन्तर उदाहरण सहित समझाएँ।
- तत्सम और तद्भव शब्द-
तत्सम शब्द-
हिंदी में संस्कृत के कुछ शब्दों को ज्यों का त्यों (यथावत्) ले लिया है। ऐसे शब्द तत्सम कहलाते हैं।
तद्भव शब्द-
संस्कृत के कुछ शब्द ऐसे हैं, जिनका रूप परिवर्तन करके हिंदी में अपनाया गया है। ऐसे शब्दों को तद्भव शब्द कहते हैं। यहाँ कुछ तद्भव शब्द और उनके तत्सम रूप दिए जा रहे हैं
हिन्दी में प्रयुक्त होने वाले कुछ विदेशी शब्दों के उदाहरण-
अंग्रेजी | स्टेशन, राशन, सिनेमा, टेलीविजन, टिकट, फीस, रेडियो, डॉक्टर, बैंक आदि। |
अरबी | मौलवी, अदालत, अमीर, मालिक, दुनिया, फकीर, तारीख, किताब, कसर आदि। |
फारसी | जिंदगी, बाग, चश्मा, खरगोश, चाकू, कारखाना, रूमाल, शिकायत, जल्दी, खरीद, तमाम, ज़मीन, फौज़, काग़ज़, हज़ार, दुकान, बादाम आदि। |
पुर्तगाली | प्याला, आलू, साबुन, नीलाम, पिस्तौल, आदि। |
ग्रीक | सुरंग, दाम आदि। |
तुर्की | दारोगा, तमगा, काबू, लाश, कालीन, तोप आदि। |
फ्रांसीसी | कूपन, अंगरेज़, कारतूस आदि। |