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हमें एक ऐसी व्यावहारिक व्याकरण की पुस्तक की आवश्यकता महसूस हुई जो विद्यार्थियों को हिंदी भाषा का शुद्ध लिखना, पढ़ना, बोलना एवं व्यवहार करना सिखा सके। ‘हिंदी व्याकरण‘ हमने व्याकरण के सिद्धांतों, नियमों व उपनियमों को व्याख्या के माध्यम से अधिकाधिक स्पष्ट, सरल तथा सुबोधक बनाने का प्रयास किया है।
वर्ण विच्छेद की परिभाषा और उदाहरण – Varn Vichchhed in Hindi Examples
वर्ण विच्छेद – (Letter-disjoint)
वर्ण विच्छेद की परिभाषा
वर्ण-विच्छेद से तात्पर्य है-किसी भी शब्द या ध्वनि समूह के वर्णों को पृथक्-पृथक् कर लिखना।
जैसे-निम्नलिखित शब्दों के वर्ण-विच्छेद पर ध्यान दें :
वर्ण विच्छेद की उदाहरण
कमल | = | क् + अ + म् + अ + ल् + अ |
महाराज | = | म् + अ + ह् + आ + र् + आ + ज् + अ |
मेहमान | = | म् + ए + ह् + अ + म् + आ + न् + अ |
पर्यावरण | = | प् + अ + र् + य् + आ + व् + अ + र् + अ + ण् + अ |
मक्खन | = | म् + अ + क् + ख् + अ + न् + अ |
प्रधानाध्यापक | = | प् + र् + अ + ध् + आ + न् + आ + ध् + य् + आ + प् + अ + क् + अ |
संस्कृति | = | स् + अं + स् + क् + ऋ + त् + इ |
शीतलता | = | श् + ई + त् + अ + ल् + अ + त् + आ |
न्योछावर | = | न् + य् + ओ + छ् + आ + व् + अ + र् + अ |
प्रकृति | = | प् + र् + अ + क् + ऋ + त् + इ |
सर्वाधिक | = | स् + अ + र् + व् + आ + ध् + इ + क् + अ |
अर्जुन | = | अ + र् + ज् + उ + न् + अ |
क्षत्रिय | = | क् + ष् + अ + त् + र् + इ + य् + अ |
ज्ञानी | = | ज् + ञ् + आ + न् + ई |
वर्ण-विच्छेद करने से पूर्व निम्नलिखित तथ्यों को जानना अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है :
सभी व्यंजनों की संरचना का ज्ञान होना।
सभी स्वरों की मात्राओं का ज्ञान होना।
प्रायः ‘इ’ की मात्रा का वर्ण-विच्छेद करने में त्रुटि की संभावना देखी जाती है। यह मात्रा लिखी पहले जाती है, किंतु बोली बाद में जाती है। अतः ध्यान रहे कि हमेशा वर्ण-विच्छेद उच्चारण के अनुसार होना चाहिए न कि लिखित स्वरूप के अनुसार; जैसे-‘किनारा’ शब्द में ‘इ’ की मात्रा (f) लिखी तो ‘क’ के पहले जाती है, किंतु बोली बाद में जाती है।
अतः इसका वर्ण-विच्छेद निम्न प्रकार से होगा :
किनारा = क् + इ + न् + आ + र् + आ
संयक्त व्यंजनों की संरचना को जानना :
क्ष = क् + ष् + अ
त्र = त् + र् + अ
ज्ञ = ज् + ञ् + अ
श्र = श् + र् + अ
दो व्यंजनों के संयोग से संयुक्त व्यंजन बनते हैं :
क्लांत = क् + ल् + आ + त् + अ
प्यास = प् + य् + आ + स् + अ
ख्याल = ख् + य् + आ + ल् + अ
न्याय = न् + य् + आ + य् + अ
अनुस्वार के बिंदु-रूप तथा व्यंजन रूप को जानना; जैसे
अङ्क | अ + ङ् + क् + अ |
कण्ठ | क् + अ + ण् + ल् + अ |
अंक | अं+ (अ + ङ्) + क् + अ |
पंथ | प् + अं (अ + न्) + थ् + अ |
चंचल | च् + अं+ (अ + ज्) + च् + अ + ल् + अ |
पन्थ | प् + अ + न् + थ् + अ |
चञ्चल | च् + अ + ञ् + च् + अ + ल् + अ |
कंठ | क् + अं (अ + ण) + ल् + अ |
कंपन | क् + अं (अ + म्) + प् + अ + न् + अ |
कम्पन | क् + अ + म् + प् + अ + न् + अ |
‘र’के विविध रूपों को जानना : जैसे-‘ऋ’ और ‘रि’ के अंतर को जानना
कृपण = क् + ऋ + प् + अ + ण् + अ
अरि = अ + र् + इ ‘रु’
तथा ‘रू’ के अंतर को जानना
गुरु = ग् + उ + र् + उ
शुरू = श् + उ + र् + ऊ
‘द’के साथ संयुक्त होने वाले व्यंजनों को जानना; जैसे
पद्मा = प् + अ + द् + म् + आ
द्वारा = द् + व् + आ + र् + आ
युद्ध = य् + उ + द् + ध् + अ
दरिद्र = द् + अ + र् + इ + द् + र् + अ
दृश्य = द् + ऋ + श् + य् + अ
उद्देश्य = उ + द् + द् + ए + श् + य् + अ
‘ह’ के विभिन्न संयुक्त रूपों को जानना; जैसे
हृदय = ह् + ऋ + द् + अ + य् + अ
ब्राह्मण = ब् + र् + आ + ह् + म् + अ + ण् + अ
आह्लाद = आ + ह् + ल् + आ + द् + अ
चिह्न = च् + इ + ह् + न् + अ
आह्वान = आ + ह् + व् + आ + न् + अ
बाह्य = ब् + आ + ह् + य् + अ
निम्नलिखित शब्दों के वर्ण-विच्छेद को देखिए :
अंगार | = | अँ + ग् + आ + र् + अ |
अंबर | = | अं+ ब् + अ + र् + अ |
अंगूर | = | अँ + ग् + ऊ + र् + अ |
अक्षर | = | अ + क् + ष् + अ + र् + अ |
अग्नि | = | अ + ग् + न् + इ |
अनुपम | = | अ + न् + उ + प् + अ + म् + अ |
अश्व | = | अ + श् + व् + अ |
अमृत | = | अ + म् + ऋ+ त् + अ |
आभूषण | = | आ + भ् + ऊ + ष् + अ + ण् + अ |
ईश्वर | = | ई + श् + व् + अ + र् + अ |
उन्नति | = | उ + न + न् + अ + त् + इ |
उद्यान | = | उ + द् + य् + आ + न् + अ |
कपड़ा | = | क् + अ + प् + अ + ड़ + आ |
कामदेव | = | क् + आ + म् + अ + द् + ए + व् + अ |
किनारा | = | क् + इ + न् + आ + र् + आ |
कोयल | = | क + ओ + य् + अ + ल् + अ |
कर्मठ | = | क् + अ + र् + म् + अ + ल् + अ |
कंकड़ | = | क् + अं (अ + ङ्) + क् + अ + 5 + अ |
कुबेर | = | क् + उ + ब् + ए + र् + अ |
कृष्ण | = | क् + ऋ+ ष् + ण् + अ |
कृत्रिम | = | क् + ऋ + त् + र् + इ + म् + अ |
कौशल | = | क् + औ + श् + अ + ल् + अ |
क्रोध | = | क् + र् + ओ + ध् + अ |
क्षमा | = | क् + ष् + अ + म् + आ |
कक्षा | = | क् + अ + क् + ष् + आ |
गणेश | = | ग् + अ + ण् + ए + श् + अ |
गतिविधि | = | ग् + अ + त् + इ + व् + इ + ध् + इ |
गद्यांश | = | ग् + अ + द् + य् + आ + श् + अ |
गुरुद्वारा | = | ग् + उ + र् + उ + + व् + आ + र् + आ |
गृह | = | ऋ+ ह् + अ |
घृणा | = | घ् + ऋ+ ण् + आ |
धंधा | = | ध् + अं+ ध् + आ |
चतुर | = | च् + अ + त् + उ + र् + अ |
चंद्रमा | = | च् + अं + द् + र् + अ + म् + आ |
चाँदनी | = | च् + आँ + द् + अ + न् + ई |
चट्टान | = | च् + अ + ट् + ट् + आ + न् + अ |
चतुर्भुज | = | च् + अ + त् + उ + र् + भ् + उ + ज् + अ |
चित्र | = | च् + इ + त् + र् + अ |
चिह्नित | = | च् + इ + ह् + न् + इ + त् + अ |
चुनौती | = | च् + उ + न् + औ + त् + ई |
जंगल | = | ज् + अं+ ग् + अ + ल् + अ |
जमुना | = | ज् + अ + म् + उ + न् + आ |
बंदर | = | + अ + द् + अ + र् + अ |
ब्राह्मण | = | ब् + र् + आ + ह् + म् + अ + ण् + अ |
भयानक | = | भ् + अ + य् + आ + न् + अ + क् + अ |
भुलावा | = | भ् + उ + ल् + आ + व् + आ |
जिज्ञासा | = | ज् + इ + ज् + ञ् + आ + स् + आ |
जिह्वा | = | ज् + इ + ह् + व् + आ |
ज्ञात | = | ज् + ञ् + आ + त् + अ |
ड्रामा | = | ड् + र् + आ + म् + आ + अं + ड् + अ |
ढक्क न | = | ट् + + अ + क् + क् + अ + न् + अ |
तलवार | = | त् + अ + ल् + अ + व् + आ + र् + अ |
तारा | = | त् + आ + र् + आ |
तालाब | = | त् + आ + ल् + आ + ब् + अ |
तीर | = | त् + ई + र् + अ |
तृष्णा | = | त् + ऋ + ष् + ण् + आ |
तेल | = | त् + ए + ल् + अ |
तैयार | = | त् + ऐ + य् + आ + र् + अ |
त्रिकोण | = | त् + र् + इ + क् + ओ + ण् + अ |
त्रिभुज | = | त् + र् + इ + भ् + उ + ज् + अ |
दंडित | = | द् + अं+ ड् + इ + त् + अ |
दिवार | = | द् + इ + व् + आ + र् + अ |
दुकान | = | द् + उ + क् + आ + न् + अ |
दुर्ग | = | द् + उ + र् + ग् + अ |
दृग | = | द् + ऋ + ग् + अ |
द्रवित | = | द् + र् + अ + व् + इ + त् + अ |
द्वार | = | द् + व् + आ + र् + अ |
वेष | = | द् + व् + ए + ष् + अ |
न्याय | = | न् + य् + आ + य् + अ |
नास्तिक | = | न् + आ + स् + त् + इ + क् + अ |
निगाह | = | न् + इ + ग् + आ + ह् + अ |
नुकसान | = | न् + उ + क् + अ + स् + आ + न् + अ |
पराग | = | प् + अ + र् + आ + ग् + अ |
पाप | = | प् + आ + प् + अ |
पिता | = | प् + इ + त् + आ |
पीपासा | = | प् + ई + प् + आ + स् + आ |
परीक्षा | = | प् + अ + र् + ई + क् + ष् + आ |
पुस्तक | = | प् + उ + स् + त् + अ + क् + अ |
प्रभाव | = | प् + र् + अ + भ् + आ + व् + अ |
प्रकृति | = | प् + र् + अ + क् + ऋ + त् + इ |
प्रसिद्ध | = | प् + र् + अ + स् + इ + द् + ध् + अ |
फसल | = | फ् + अ + स् + अ + ल् + अ |
फिक्र | = | फ् + इ + क् + र् + अ |
वंदना | = | व् + अं+ द् + अ + न् + आ |
विचार | = | व् + इ + च् + आ + र् + अ |
विरुद्ध | = | व् + इ + र् + उ + द् + ध् + अ |
विज्ञान | = | व् + इ + ज् + ञ् + आ + न् + अ |
भूमि | = | भ् + ऊ + म् + इ |
वीरांगना | = | व् + ई + र् +आ+ ङ् + ग् +अ+ न् + आ |
मकान | = | म् + अ + क् + आ + न् + अ |
वृक्ष | = | व् + ऋ + क् + ष् + अ |
मानस | = | म् + आ + न् + अ + स् + अ |
वैज्ञानिक | = | व् + ऐ + ज् + ब् + आ + न् +इ+ क् +अ |
मिट्टी | = | म् + इ + ट् + ट् + ई |
व्यवसाय | = | व् + य् + अ + व् + अ + स् +आ +य् +अ |
मीठा | = | म् + ई + ठ् + आ |
श्मशान | = | श् + म् + अ + श् + आ + न् + अ |
मृदु | = | म् + ऋ + द् + उ |
शत्रु | = | श् + अ + त् + र् + उ |
मोमबत्ती | = | म् + ओ + म् +अ + ब् + अ + त् + त् +ई |
शुरुआत | = | श् + उ + र् + उ + आ + त्’+ अ |
यज्ञ | = | य् + अ + ज् + ञ् + अ |
संसार | = | स् + अं+ स् + आ + र् + अ |
योगी | = | य् + ओ + ग् + ई |
सृष्टि | = | स् + ऋ + ष् + ट् + इ |
रँगना | = | र् + अ + ग् + अ + न् + आ |
सुंदर | = | स् + उ + न् + द् + अ + र् + अ |
रसद | = | र् + अ + स् + अ + द् + अ |
सौभाग्य | = | स् + औ + भ् + आ + ग् + य् + अ |
रुकावट | = | र् + उ + क् + आ + व् + अ + ट् + अ |
स्वर्ग | = | स् + व् + अ + र् + ग् + अ |
ललाट | = | ल् + अ + ल् + आ + ट् + अ |
हिंसा | = | ह् + इ + न् + स् + आ |
लालिमा | = | ल् + आ + ल् + इ + म् + आ |
हिंदू | = | ह् + इ + न् + द् + ऊ |
लौकी | = | ल् + औ + क् + ई |
हस्ताक्षर | = | ह् + अ + स् + त् + आ + क् + ष् + अ + + अ |
पाठ्यपुस्तक ‘स्पर्श’ में प्रयुक्त शब्दों का वर्ण-विच्छेद
धूल
सुंदर | स् + उ + अं+ द् + अ + र् + अ |
कीमती | क् + ई + म् + अ + त् + ई |
शिशु | श् + इ + श् + उ |
शृंगार | श् + ऋ + अं+ ग् + आ + र् + अ |
पार्थिवता | प्+ आ + र् + थ् + इ + व् + अ+ त् + आ |
प्रसाधन | प्+ र् + अ + स् + आ + ध + अ + न् + अ |
सामग्री | स् + आ + म् + अ + ग् + र् + ई |
धुंधले | ध् + उ + + ध् + अ + ल् + ए |
विज्ञापित | व् + इ + ज् + ञ् + आ + प् + इ + त् + अ |
दुर्भाग्य | द्+ उ + र् + भ् + आ + ग् + य् + अ |
निद्वंद्व | न्+ इ + र् + द्+ व् + अं+ द् + व + अ |
श्रद्धा | श् + र् + अ + द्+ ध् + आ |
दुख का अधिकार
श्रेणियों | श् + इ + ए + ण् + इ + य् + ओ |
अनुभूति | अ+ न् + उ + भ् + ऊ + त् + इ |
फुटपाथ | फ् + उ + ट् + अ + प् + आ + थ् + अ |
उम्र | उ+ म् + र् + अ |
तख्तों | त् + अ + ख् + त् + ओ |
व्यवधान | व्+ य् + अ + व् + अ+ ध् + आ + न् + अ |
दियासलाई | द् + इ + य् + आ + स् + अ + ल् + आ + ई |
दुकान | द्+ उ + क् + आ + न् + अ |
तेईस | त् + ए + ई + स् + अ |
कछियारी | क् + अ + छ् + इ + य् + आ + र् + ई |
निर्वाह | न् + इ + र् + व् + आ + ह् + अ |
विश्राम | व्+ इ + श् + र् + आ + म् + अ |
बुढ़िया | ब् + उ + ढ़ + इ + य् + आ |
दक्षिणा | द् + अ + क् + ष् + इ + ण् + आ |
वियोगिनी | व्+ इ + य् + ओ + ग् + इ + न् + ई |
मृत्यु | म् + ऋ + त् + य् + उ |
द्रवित | र् + अ + व् + इ + त् + अ |
एवरेस्ट : मेरी शिखर यात्रा
एवरेस्ट | = | ए + व् + अ + र् + ए + स् + ट् + अ |
अग्रिम | = | अ + ग् + र् + इ + म् + अ |
सर्वप्रथम | = | स् + अ+ र् + व् + अ + अ + थ् + अ + म् + अ |
विचित्र | = | व् + इ + च् + इ + त् + र् + अ |
उपनेता | = | उ + प् + अ + न् + ए + त् + आ |
ग्लेशियर | = | ग् + ल् + ए + श् + इ + य् + अ + र् + अ |
अनुकूल | = | अ + न् + उ + क् + ऊ + ल् + अ |
मुलाकात | = | म् + उ + ल् + आ + क् + आ + त् + अ |
कृतज्ञतापूर्वक | = | क् + ऋ + त् + अ + ज् + ञ् + अ + त् + आ + प् + ऊ + र् + व् + अ + क् + अ |
दृढ़ता | = | द् + ऋ + ढ़ + अ + त् + आ । |
श्रमसाध्य | = | श् + र् + अ + म् + अ + स् + आ + ध् + य् + अ |
दक्षिणी | = | द्+अ+ क् + + इ + ण् + ई |
प्रोत्साहित | = | प्+ र् + ओ + त् + स् + आ + ह् + इ + त् + अ |
श्रेणियों | = | श् + र् + ए + ण् + इ + य् + ओ |
संपूर्ण | = | स् + अ + म् + प् + ऊ + र् + ण् + अ |
स्थिति | = | स् + थ् + इ + त् + इ |
विस्तृत | = | व् + इ + स् + त् + ऋ + त् + अ |
हिमपुंज | = | ह् + इ + म् + अ + प् + उ + न् + ज् + अ |
मुश्किल | = | म् + उ + श् + क् + इ + ल् + अ |
स्ट्रेचर | = | स् + ट् + र् + ए + च् + अ + र् + अ |
चतुर्थ | = | च् + अ + त् + उ + र् + थ् + अ |
आतिथ्य | = | आ + त् + इ + थ् + य् + अ |
अतिथि | = | अ + त् + इ + थ् + इ |
आग्रह | = | आ + ग् + र् + अ + ह् + अ |
स्वागत | = | स् + व् + आ + ग् + अ + त् + अ |
सत्कार | = | स् + अ + त् + क् + आ + र् + अ |
भावभीनी | = | भ् + आ + व् + अ + भ् + ई + न् + ई |
अप्रत्याशित | = | प्+ + अ + त् + य् + आ + श्+ इ + त् + अ |
वैज्ञानिक चेतना के वाहक चंद्रशेखर वेंकट रामन्
समुद्र | = | स् + अ + म् + उ + द् + र् + अ |
प्रकृति | = | प् + + अ+ क् + ऋ + त् + इ |
वैज्ञानिक | = | व्+ऐ+ ज् + + आ + न् + इ + क् + अ |
जिज्ञासा | = | ज् + इ + ज् + ञ् + आ + स् + आ |
भौतिकी | = | भ् + औ + त् + इ + क् + ई |
परीक्षा | = | प्+ अ + र् + ई + क् + ष् + आ |
प्रसिद्ध | = | प् + र् + अ + स् + इ + द्+ ध् + अ |
समर्पित | = | स् + अ + म् + अ + र् + प्+ इ + त् + अ |
तैनाती | = | त् + ऐ + न् + आ + त् + ई |
मुखर्जी | = | म् + उ + ख् + अ + र् + ज् + ई |
शैक्षणिक | = | श् + ऐ + क् + ष् + अ + ण् + इ + क् + अ |
समुद्र | = | स् + अ+ म् + उ + + + अ |
परिवर्तन | = | प् + अ + र् + इ + व् + अ + र् + त् + अ + न् + अ |
एकवर्णीय | = | ए + क् + अ + व् + अ + र् + ण् + ई + य् + अ |
तीव्रगामी | = | त् + ई + + + अ + ग् + आ + म् + ई |
अंतर्राष्ट्रीय | = | अं+ त् + र् + र् + आ + ष् + ट् + र् + ई + य् + अ |
आह्लादित | = | आ + ह् + ल् + आ + + इ + त् + अ |
प्रतिमूर्ति | = | प् + र् + अ + त् + इ + म् + ऊ + र् + त् + इ |
कीचड़ का काव्य
आकर्षक | = | आ + क् + अ + र् + ष् + अ+ क् + अ |
सहानुभूति | = | स् + अ + ह् + आ + न् + उ + भ् + ऊ + त् + इ |
सौंदर्य | = | स् + औ+ + + अ + र + य् + अ |
कलाभिज्ञ | = | क् + अ + ल् + आ + भ् + इ + + + अ |
खूबसूरत | = | ख् + ऊ + ब् + अ + स् + ऊ + र् + अ + त् + अ |
पचिह्न | = | प् + अ + द् + अ + च् + इ + ह् + न् + अ |
तृप्ति | = | त् + ऋ + प् + त् + इ |
सर्वत्र | = | स् + अ + र् + व् + अ + त् + र् + अ |
महिषकुल | = | म् + अ + ह् + इ + ष् + अ + क् + उ + ल् + अ |
अल्पोक्ति | = | अ+ ल् + प् + ओ+ क् + त् + इ |
घृणास्पद | = | घ् + ऋ + ण् + आ + स् + प्+अ+ द्+ अ |
युक्तिशून्य | = | य् + उ + क् + त् + ई + श् + ऊ + न् + य् + अ |
वासुदेव | = | व् + आ + स् + उ + द् + ए + व् + अ |
मातुश्री | = | म् + आ + त् + उ + श् + र् + ई |
धर्म की आड़
धर्माचार्यों | = | ध् + अ + र् + म् + आ + च् + आ + र् + य् + ओ |
शक्तिशाली | = | श् + अ+ क् + त् + इ + श + आ + ल् + ई |
बेईमानी | = | ब् + ए + ई + म् + आ + न् + ई |
रुकावट | = | + उ + क् + आ + व् + अ + ट् + अ |
कसौटी | = | क् + अ + स् + औ + ट् + ई |
धार्मिक | = | ध् + आ + र् + म् + इ + क् + अ |
यथार्थ | = | य् + अ+ थ् + आ + र् + थ् + अ |
दुरुपयोग | = | द्+ उ + र् + उ + प् + अ + य् + ओ + ग् + अ |
नेतृत्व | = | न् + ए + त् + ऋ + त् + व् + अ |
सिद्धि | = | स् + इ + + ध् + इ |
अनियंत्रित | = | अ + न् + इ + य् + अं+ त् + र् + इ + त् + अ |
दृढ़ता | = | द् + ऋ + ढ़ + अ + त् + आ |
स्वाधीनता | = | स् + व् + आ + ध् + ई + न् + अ + त् + आ |
विरुद्ध | = | व् + इ + र् + उ + + ध+ अ |
शुक्रतारे के समान
नक्षत्र | = | न् + अ + क् + ष् + अ + त् + र् + अ |
शुक्रतारे | = | श् + उ + क् + र् + अ + त् + आ + र् + ए |
राष्ट्रीय | = | र् + आ + ष् + ट् + र् + ई + य् + अ |
संक्षिप्त | = | स् + अं+ क् + ष् + इ + प् + त् + अ |
सत्याग्रह | = | स्+ अ + त् + य् + आ + ग् + र् + अ + ह् + अ |
प्रकाशित | = | प् + र् + अ + क् + आ + श् + इ + त् + अ |
साप्ताहिक | = | स् + आ + प् + त् + आ + ह् + इ + क् + अ |
आश्रम | = | आ + श् + र् + अ + म् + अ |
श्रीमती | = | श् + र् + इ + म् + अ + त् + ई |
भ्रमण | = | भ् + र् + अ + म् + अ + ण् + अ |
प्रार्थना | = | प् + र् + आ + र् + थ् + अ + न् + आ |
मंत्रमुग्ध | = | म् + अं+ त् + र् + अ + म् + उ + ग् + ध् + अ |
वार्तालाप | = | व् + आ + र् + त् + आ + ल् + आ + प् + अ |
साहित्यिक | = | स् + आ + ह् + इ + त् + य् + इ + क् + अ |
संबंधित | = | स् + अ + म् + ब् + अ+ न् + ध् + इ + त् + अ |
संपर्क | = | स् + अ + म् + प् + अ + र् + क् + अ |
मृत्यु | = | म् + ऋ + त् + य् + उ |
उच्चारण और वर्तनी संबंधी अशुद्धियाँ और उनका निराकरण
भाषा को शुद्ध लिखने के लिए शुद्ध उच्चारण का अत्यंत महत्त्व है। हिंदी के संदर्भ में तो यह बात और भी सत्य है, क्योंकि यह भाषा जैसे बोली जाती है वैसे ही लिखी जाती है। हिंदी में जो अशुद्धियाँ दिखाई देती हैं, उसका मुख्य कारण अशुद्ध उच्चारण ही है। नीचे उन शब्दों के उदाहरण दिए जा रहे हैं, जिनके उच्चारण में सामान्यतः अशुद्धियाँ होती हैं :
1. मात्रा संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध | शुद्ध |
अगामी | आगामी |
अनाधिकार | अनधिकार |
अद्वितिय | अद्वितीय |
अत्याधिक | अत्यधिक |
अनुकुल | अनुकूल |
आधीन | अधीन |
अनुसूया | अनसूया |
अलोकिक | अलौकिक |
अतिथी | अतिथि |
अहिल्या | अहल्या |
अहार | आहार |
आजकाल | आजकल |
आयू | आयु |
आशिर्वाद | आशीर्वाद |
ईशवर | ईश्वर |
उन्नती | उन्नति |
एक्य | ऐक्य |
ओद्योगिक | औद्योगिक |
कवी | कवि |
कवियित्री | कवयित्री |
कृतघन | कृतघ्न |
केंद्रिय | केंद्रीय |
क्षत्रीय | क्षत्रिय |
क्योंकी | क्योंकि |
कृपालू | कृपालु |
चहिए | चाहिए |
चहर दीवारी | चहारदीवारी |
तत्कालिक | तात्कालिक |
त्यौहार | त्योहार |
दयालू | दयालु |
दिवाली | दीवाली |
दीक्षा | दीक्षा |
दावात | दवात |
निरिह | निरीह |
निरिक्षण | निरीक्षण |
नदीयाँ | नदियाँ |
नराज | नाराज़ |
निरसता | नीरसता |
निरोग | नीरोग |
परिवारिक | पारिवारिक |
पुरुष | पुजनिय |
पूजनीय | पत्नि |
परिक्षा | परीक्षा |
पितांबर | पीतांबर |
पशू | पशू |
परिणती | परिणति |
परलौकिक | पारलौकिक |
पूर्ती | पूर्ण |
प्राप्ती | प्राप्ति |
प्रदर्शिनी | प्रदर्शिनी |
प्रशन | प्रश्न |
प्रभू | प्रभू |
बिमार | बीमार |
बुद्धी | बुद्धि |
मुनी | मुनि |
मधु | मधु |
व्यक्ती | व्यक्ति |
श्रीमति | श्रीमती |
शक्ती | शक्ति |
शुन्य | शुन्य |
शिशू | शिशु |
साधु | साधु |
सुर्य | सुर्य |
सामिग्री | सामग्री |
हस्ताक्षेप | हस्तक्षेप |
संसारिक | सांसारिक |
हानी | हानि |
2. संधि-नियमों के उल्लंघन की अशुद्धियाँ
अनाधिकारी | अनधिकारी |
अत्याधिक | अत्यधिक |
इतिहासिक | ऐतिहासिक |
उतपात | उतपात |
छत्रछाया | छत्रच्छाया |
जगनाथ | जगननाथ |
तदोपरांत | तदुपरांत |
दुशील | दुशील |
दुरवस्था | दुरावस्था |
निश्वास | नि:श्वास |
महिंदर | महेंद्र |
मनोस्थिति | मन:स्थिति |
सन्हार | सनो्हार |
सन्हार | संहार |
सम्मार्ग | समार्ग |
3. यी-ई, ये-ए आदि की अशुद्धियाँ
अव्यईभाव | अव्ययीभाव |
आए | आय |
गयी | गई |
चाहिये | चाहिए |
जाये | जाए |
दाइत्व | दायीत्व |
नयी | नई |
बताइये | बताइए |
स्थाई | स्थायी |
4. अल्पप्राण और महाप्राण व्यंजनों की अशुद्धियाँ
अभीष्ठ | अभिष्ट |
कनिष्ट | कनिष्ठ |
घनिष्ट | घनिष्ठ |
जिव्हा | जिहाव |
धोका | धोख |
बघ्यी | बग्घी |
ब्राम्हण | ब्राम् हण |
मख्खन | मक्खन |
मिष्टान्न | मिष्टान्न |
वृध्दा | वृद्धा |
श्रेष्ट | श्रेष्ट |
5. अनावश्यक स्वर या व्यंजन जोड़ने की अशुद्धियाँ
इस्टेशन | स्टेशन |
इस्त्री | स्त्री |
इस्थिति | स्थिति |
पारक | पारक |
श्रृंगार | श्रृंगार |
स्त्राप | शप |
6. अक्षर लोप की अशुद्धियाँ
अध्यन | अध्ययन |
परिछेद | परिच्छेद |
अनुछेद | अनुच्छेद |
निश्चिता | निश्चितता |
उधरण | उद्धरण |
विछिन्न | विच्छिन्न |
7. व-ब संबंधी अशुद्धियाँ
वन | बन |
बिलास | विलास |
बनस्पति | वनस्पति |
बाणी | वाणी |
बैदेही | वैदेही |
बिष | वर्षा |
बृष्टि | बर्षा |
8. ऋ और र की अशुद्धियाँ
किरपा, क्रपा | कृपा |
कृषि | क्रिशि |
ग्रहस्थ | गृहस्थ |
गृहीत | ग्रहीत |
क्रितज्ञ | कृतज्ञ |
घ्रणा | घृणा |
प्रथक | पृथक |
द्रष्टी | दृष्टि |
भ्रष्ट | भृष्ट |
ऋषि | रिषि |
सृष्टि | स्रष्टि |
पैत्रिक | पैतृक |
मात्रि | मातृ |
रितु | ऋतु |
स्मिरति | स्मृति |
रिण | ऋण |
श्रृंगार | श्रृंगार |
हृदय | हृदय |
9. ‘र’ के प्रयोग की अशुद्धियाँ
अरथ | अर्थ |
करम | कर्म |
कर्मधार्य | कर्मधारय |
धरम | धर्म |
परणाम | प्रणाम |
परापत | प्राप्त |
पवित्तर | पवित्र |
वजर | वज्र |
सहस्त्र | सहस्त्र |
स्त्रोत | स्रोत |
आर्शीवाद | आशीर्वाद |
कार्यकर्म | कार्यक्रम |
चन्दर | चंद्र |
परसाद | प्रसाद |
परतिज्ञा | प्रतिज्ञा |
प्रमात्मा | परमात्मा |
मरयादा | मर्यादा |
श्रेय | श्रेय |
समुद्र | समुन्दर |
सार्मथ्य | सामर्थ्य |
उत्तीरण | उत्तीर्ण |
कर्मशः | क्रमशः |
तीवर | तीव्र |
परसन्न | प्रसन्न |
परसिद्ध | प्रसिद्ध |
प्रीक्षा | परीक्षा |
मूरख | मूर्ख |
सौहार्द्र | सौहार्द |
स्रोज | सरोज |
हिंस्त्र | हिंस्त्र |
10. ज्ञ और ग्य की अशुद्धियाँ
आग्या | आज्ञा |
कृतग्य | कृतज्ञा |
ग्यान | ज्ञान |
प्रतिग्या | प्रतिज्ञा |
यग्य | यगज्ञा |
योज्ञ | योग्य |
11. न,ड़ और ण की अशुद्धियाँ
आक्रमन | आक्रमण |
किरन | किरण |
गनेश | गणेश |
तृन | तृण |
प्राण | प्रान |
रणभूमि | रनभूमि |
शरण | शरन |
चरण | चरन |
आचरन | आचरण |
गड़ेश | गणेश |
गुन | गुण |
निरीक्षन | निरीक्षण |
प्रनाम | प्रणाम |
रामायन | रामायण |
स्मरन | स्मरण |
कारन | कारण |
गड़ित | गणित |
गनित | गणित |
पुन्य | पुण्य |
वेंडी | वेणी |
वर्निक | वर्णिक |
टिप्पनी | टिप्पणी |
12. र, ल, ड़ के उच्चारण में अशुद्धियाँ
उजारना | उजाड़ना |
लराई | लड़ई |
लराकी | लड़की |
13. श, ष तथा स की अशुद्धियाँ
असोक | अशोक |
देस | देश |
पुस्प/पुश्प | पुष्प |
भविश्य/भविस्य | भविष्य |
शाशन | शासन |
साखा | शाखा |
सक्ति | शक्ति |
अमावश्या | अमावस्या |
नास | नाश |
प्रशाद | प्रसाद |
रास्ट्र | रास्ट्र |
शंकट | संकट |
सासन | शासन |
साम | शाम |
आदर्स | आदर्श |
नमश्कार | नमस्कार |
प्रसंसा | प्रशंसा |
विस्वास | विश्वास |
शुशोभित | सुशोभित |
सर्म | शर्म |
साम | सायं |
14, ट के स्थान पर ठ, अथवा ठ के स्थान पर ट
अभीष्ठ | अभीष्ट |
घनिष्ट | घनिष्ठ |
विशिष्ठ | विशिष्ट |
श्लिष्ठ | श्लिष्ट |
संतुष्ठ | संतुष्ट |
15. क्ष के स्थान पर छ
छमा | क्षेम |
नच्छत्र | नक्षत्र |
क्षमा | छेम |
लछमी | लच्छन |
छेत्र | क्षेत्र |
लक्षण | लक्ष्मी |
16. य, ज की अशुद्धियाँ
अजोध्या | अयोध्या |
जजमान | यजमान |
जोनि | योनि |
जोग्य | योग्य |
जमराज | यमराज |
जोग | योग |
17. पंचम अक्षर की अशुद्धियाँ
अन्ग | अंग |
कुंडली | कुन्डली |
पन्क | पंक |
मयन्क | मयंक |
सन्कट | संकट |
कन्ठ | कंठ |
घन्टा | घंटा |
पन्खा | पंखा |
शन्ख | शंख |
सून्ड | सूंड |
कन्व | कण्व |
दन्डित | दंडित |
मन्डल | मंडल |
सन्सार | संसार |
हिन्सा | हिंसा |
18. ड़ और ढ़ की अशुद्धियाँ
काड़ना | काढ़ना |
खिढ़की | खिड़की |
टेडा | टेढ़ा |
दृड़ | दृढ़ |
बूढ़ा | बूड़ा |
चड़ना | चढ़ना |
प्रौड़ा | प्रौढ़ा |
मड़ना | मढ़ना |
फाढ़ना | फाड़ना |
19. चंद्रबिंदु और अनुस्वार की अशुद्धियाँ
अशुद्ध | शुद्ध |
अंगुली | अंगुली |
ऊंचा | ऊँचा |
कंगन | कँगन |
काँच | कांच |
चाँद | चांद |
ठंडा | ठंडा |
दूंगा | दूंगा |
बांसुरी | बाँसुरी |
वहां | वहाँ |
सन्यासी | संन्यासी |
अंधेरा | अंधेरा |
ऊंट | ॐट |
कँगाल | कंगाल |
गवार | गंवार |
जहां | जहाँ |
तँग | तंग |
पाँचवाँ | पांचवां |
रंग | रंग |
शंकर | शंकर |
संवारना | सँवारना |
आंख | आँख |
कंस | कैंस |
कैंचन | कंचन |
गूंगा | गूँगा |
जंग | जग |
दांत | दात |
पंख | पंख |
रँक | रंक |
सँगम | संगम |
हंसमुख | हँसमुख |
20. व्यंजन गुच्छों में अशुद्धियाँ
अग्नि | अगिनि |
उज्ज्वल | उज्वल |
चिन्ह | चिह्न |
परसिद्ध | प्रसिद्ध |
मध्यान्ह | मध्याहन |
सकूल | स्कूल |
स्वाथ्य | स्वास्थ्य |
उपलक्ष | उपलक्ष्य |
कृप्या | कृपया |
द्वंद | वंद्व |
ब्राह्मण | ब्राम्हण |
वाङ्मय | वांगमय |
स्टेशन | सटेशन |
उद्देश्य | उद्देश्य |
गवाले | ग्वाले |
परारंभ | प्रारंभ |
महात्म्य | महात्म |
शुद्ध | शुद्द |
स्कंध | सकंध |
21. नुक्ते (क़, ख़, ज़, फ़) के प्रयोग की अशुद्धियाँ
कौम | क़ौम |
जरूरत | ज़रूरत |
ख़ुदा | ख़ुदा |
राज | राजी |
फन | फ़न |
फीस | फ़ीस |
कई बार बिंदु नुक्ता न लगाने से अर्थ में भी परिवर्तन हो जाता है :
ख़ुदा (ईश्वर) | खुदा (खोदना) | फन (साँप का) |
फ़न (कला) | राज (शासन) | राज़ (रहस्य) |
जरा (बुढ़ापा) | ज़रा (थोड़ा) | गज (हाथी) |
गज़ (एक नाप) | गौर (गोरा) | गौर (ध्यान) |
सही वर्तनी पर०लगाइए:
1. | उद्भव | उद्धभव | ऊदभ |
2. | एश्वर्य | ऐष्वर्य | ऐश्वर्य |
3. | आकांछा | आंकाछा | आकांक्षा |
4. | अनिर्वाय | अनीवार्य | अनिवार्य |
5. | ईर्ष्या | ईर्शा | ईर्ष्या |
6. | अधर्म | अर्धम | अधरम |
7. | राशी | राषी | राशि |
8. | करम | कर्म | कृम |
9. | धनूश | धनुष | धनूष |
10. | रोस | रोष | रोश |
11. | निरजीव | निजीव | निर्जीव |
12. | परिक्रमा | परिकर्मा | प्ररिक्रमा |
13. | प्रर्दशनी | प्रर्शनी | प्रदर्शनी |
14. | ब्राह्मण | ब्राम्हण | ब्राम्हण |
15. | तिरभुवन | त्रिभुवान | त्रिभुवन |
16. | रचइता | रचियता | रचयिता |
17. | आशीवार्द | आशीर्वाद | आशिर्वाद |
18. | अश्चर्य | आश्र्चय | आश्चर्य |
19. | निरदोस | निर्दोश | निर्दोष |
20. | मूरती | मूर्ति | मूरति |
21. | प्रत्यक्ष | प्रत्यक्ष्य | प्रत्यछ |
22. | लक्षिमी | लक्छमी | लक्ष्मी |
23. | क्षत्रीय | क्षत्रिय | छत्रीय |
24. | राष्ट्रीय | राषट्रय | राश्ट्रीय |
25. | सर्वज्ञ | सर्वग्य | सर्वग |
26. | औषधि | औशधि | औषधी |
27. | दरपन | दपर्ण | दर्पण |
28. | प्रकृति | पृकिती | प्रकृति |
29. | दरिद्र | दरिद | दरिंद |
30. | यज्ञ | यज्य | यग्य |
31. | स्फुर्ति | स्फूर्ति | स्फूर्ती |
32. | तृश्णा | तृष्णा | त्रिष्णा |
33. | ब्रम्हचर्य | ब्रह्मचर्य | ब्रह्मर्चय |
34. | यथाशक्ति | यथाशक्ती | यथासक्ति |
35. | वंद्व | दन्द्व | द्वन्द |
36. | अंताक्षरी | अन्त्याछरी | अन्त्याक्षरी |
37. | इक्षुक | इच्छुक | इक्क्षुक |
38. | दीर्घायु | दीर्घायु | दीघार्यु |
39. | क्रितज्ञ | कृतज्ञ | क्रतज्ञ |
40. | ओजस्वी | ओजश्वी | ओज्स्वी |
41. | एकागृ | एकार्ग | एकाग्र |
42. | निष्काम | निश्काम | निस्काम |
43. | क्रोंध्र | क्रोंध्र | क्रोध |
44. | वक्र | वकृ | वक्र |
45. | प्रारंभ | प्रारम्भ | पारंभ |
46. | उत्तपति | उत्पती | उत्पत्ति |
47. | आतिथ्य | आतिय्थ | आथित्य |
48. | दुर्बुद्धि | दुर्बिद्ध | दुर्बुधि |
49. | ग्रहस्थ | ग्रिहस्थ | गृहस्थ |
50. | फुतीला | फुर्तिला | फुर्तीला |
51. | स्मृति | स्मृति | सृमिति |
52. | विस्तृित | विस्तृत | विस्त्रित |
53. | आगृह | आर्गह | आग्रह |
54. | सत्कर्म | सतक्रम | सत्क्रम |
55. | पैत्रिक | पैत्रक | पैतृक |
57. | प्रर्यटन | वज़ | वज्र |
58. | चतुदर्शी | पृयर्टन | पर्यटन |
59. | धम्र | चतुर्दशी | चर्तुदशी |
60. | पृथिवी | धरम | धर्म |
61. | प्रवीर्ण | पृथिवी | पृथ्वी |
62. | धूर्त | प्रवीण | परवीण |
63. | ध्रुव | ध्रुर्त | धूर्त |
64. | निरमल | निमल | निर्मल |
65. | नृर्तक | व्रतक | नर्तक |